Skip to main content
Home

सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी द्वारा संचालित

Home
  • आज़ादी
    • हमारे बारे में
    • हमसे जुड़ें
  • शिक्षा
    • लेख
    • प्रकाशन
    • वीडियो
  • आजीविका
    • लेख
    • प्रकाशन
    • वीडियो
  • व्यवस्था
    • लेख
    • प्रकाशन
    • वीडियो
  • पर्यावरण
    • लेख
    • प्रकाशन
    • वीडियो
  • कृषि
    • लेख
    • प्रकाशन
    • वीडियो
  • अर्थशास्त्र
    • लेख
    • वीडियो
  • प्रकाशन
    • क्लासिक्स
    • उदारवादी चिंतक
      • भारतीय चिंतक
      • अंतर्राष्ट्रीय चिंतक
      • नोबेल पुरस्कार विजेता
    • ब्लॉग
    • विशेष लेख
    • वीडियो

Main navigation

  • आज़ादी
  • शिक्षा
  • अर्थशास्त्र
  • आजीविका
  • कृषि
  • पर्यावरण
  • प्रकाशन
  • व्यवस्था

Primary tabs

  • View(active tab)
  • Edit

By डॉ. पार्थ जे शाह

  • काल्पनिक नहीं, हकीकत थी गांधी के ग्रामीण गणतंत्र की अवधारणा  -  पार्थ जे. शाह

    काल्पनिक नहीं, हकीकत थी गांधी के ग्रामीण गणतंत्र की अवधारणा

    Oct 08, 2021 by डॉ. पार्थ जे शाह
    गांधी जी ग्राम स्वराज के प्रवल समर्थक थे। उनका मानना था कि स्वतंत्र गांधी भारत की राजनैतिक व्यवस्था की नींव ग्रामीण गणतंत्र पर आधारित होनी चाहिए। हालांकि उनके समकालीन कई अन्य विचारक इस अवधारणा को गांधी जी की प्राचीन भारतीय गांव के प्रति रुमानियत या एक ऐसी काल्पनिक छवि के रूप में देखते थे जिसे उन्होंने भारतीयों में उच्च नैतिक जीवन के प्रति मार्गदर्शन करने के लिए गढ़ा था। भारत के इतिहास को देखने पर ज्ञात होता है कि स्वशासित गांव वास्तव में अस्तित्व में थे। उनका राजनैतिक संगठन अद्वितीय था और उनकी प्रकृति लोकतांत्रिक थी। हां, उनके तौरतरीके अलग-अलग अवश्य थे। इस संदर्भ में उपलब्ध ऐतिहासिक अभिलेखों की कमी के कारण इस वात का ठीकठीक आकलन करना कठिन है कि भारत में ग्राम्य शासन की यह लोकतांत्रिक व्यवस्था कितनी प्रचलित थी। किंतु अनुमान लगाया जा सकता है कि इस महाद्वीप के अधिकांश लोगों को इस प्रणाली की जानकारी अवश्य होगी। भारत में उच्च स्तर की विशेषज्ञता वाली वस्तुओं का उत्पादन होता था और इसके भीतरी और साथ ही साथ वाहरी दुनिया के साथ गहरे व्यापारिक नेटवर्क थे। संचार के इन माध्यमों के द्वारा शासन की इस प्रणाली की सूचना भी अवश्य प्रसारित हुई होगी। जो भी हो, इन ग्रामीण गणतंत्रों का अस्तित्व में होना यह बताता है कि यह गांधी की महज रुमानियत या कल्पनाशीलता नहीं थी।

Latest

  • Error 404: Justice Denied A movie on struggle of street vendors of Delhi, INdia

    एरर 404: जस्टिस डिनाइड: नई दिल्ली के सड़क विक्रेताओं की संघर्ष की कहानी

    Jan 19, 2024 by Azadi.me
  • विश्व पर्यावरण दिवस

    Jun 05, 2023 by Azadi.me
  • G7 समिट में प्रधानमंत्री मोदी

    May 24, 2023 by Azadi.me

न्यूज़लेटर सब्सक्राइब करें

Newsletter Signup Block

Newsletter Signup Block

Center for civil society logo

Logo

Logo

Center for civil society logo

Logo

Logo

(c) सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी द्वारा संचालित