नॉन फंजीबल टोकन (एनएफटी) : एक और स्नोफ्लेक वाली प्रवृत्ति?

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हर्षित गुप्ता, 17 मई, 2021

क्रिप्टो आर्ट की लोकप्रियता में हाल में हुई वृद्धि के साथ एनएफटी के मार्फत डिजिटल संपत्तियों की खरीद बिक्री करने की प्रवृत्ति भी लोकप्रिय हुई है। बात चाहे बीपल के ‘एवरीडेज़- द फर्स्ट 5000 डेज़’ की रिकॉर्ड तोड़ 69 मिलियन डॉलर्स में बिक्री की हो या 2.9 मिलियन डॉलर्स में बिके जैक डॉर्सी के सबसे पहले ट्वीट की, लोगबाग आश्चर्यचकित हो रहे हैं कि एक ऐसी चीज जो कि डिजिटल है और जिसे मुफ्त में देखा जा सकता है, उसे खरीदने के लिए इतनी भारी मात्रा में धनराशि क्यों खर्च की गई।

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एवरीडेज़ - द फर्स्ट 5000 डेज़। 69 मिलियन डॉलर में बिकी। साभारः द वर्ज

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जैक डॉर्सी का सबसे पहला ट्वीट। 2.9 मिलियन डॉलर में बिका। साभारः बीबीसी न्यूज 

 

इसे लेकर इतनी चर्चा क्यों हो रही है? 

एनएफटी अथवा नॉन फंजीबल टोकन एक डिजिटल फाइल है जिसकी पहचान और स्वामित्व प्रमाणित होती है। फंजीबल संपत्ति का मतलब एक ऐसी संपत्ति से है जिसकी अदला बदली समान प्रकार की अन्य व्यक्तिगत संपत्तियों के साथ की जा सकती है। फंजीबल संपत्तियां लेन देन और व्यापार की प्रक्रिया को आसान बनाती हैं। फंजीबल संपत्ति का श्रेष्ठ उदाहरण (आपने सही अनुमान लगाया) पैसा! दूसरी तरफ, नॉल फंजीबल संपत्ति वह संपत्ति है जिसकी प्रकृति अनूठी होती है और जिसका लेन देन और व्यापार नहीं किया जा सकता है। एनएफटी सभी प्रकार की डिजिटल अवस्थाओं में विद्यमान होती है जैसे कला, संगीत, वीडियो इत्यादि। यह परंपरागत चित्रकला कार्य से भिन्न है क्योंकि यह उस कलाकृति के बारे में अलग अलग जानकारियों को संग्रहित करता है जो नकली संग्रहणीय वस्तुओं के प्रति सुरक्षा के उपाय प्रदान करता है। 

एनएफटी की अवधारणा से तात्पर्य स्वामित्व के उस डिजिटल प्रमाण पत्र के सृजन से है जो किसी वस्तु के ‘अनूठेपन’ से संबंधित सूचनाओं को संग्रहित करता है और जिसे कलाकृतियों के प्रतीक के तौर पर खरीदा और बेचा जा सकता है। एक ऐसा रिकॉर्ड जो कलाकृतियों के स्वामित्व से संबंधित सूचनाओं को डिजिटल बही खाते में संग्रहित रखता है जिसका विकेंद्रीकरण ब्लॉकचैन तकनीक के माध्यम से किया गया है। इसका अनिवार्य तौर पर मतलब यह है कि इस बही खाते को कोई एक व्यक्ति नियंत्रित नहीं करता है। इन रिकॉर्डों की न तो प्रतिलिपि तैयार की जा सकती है और न ही उन्हें नष्ट किया जा सकता है। 

एनएफटी की शुरुआत काफी समय पहले हो चुकी थी लेकिन पहली बार इसे लोकप्रियता 2017 में ‘क्रिप्टोकिटीज़’ नामक गेम के कारण प्राप्त हुई। उस समय के बाद से, एनएफटी को काफी पहचान मिली लेकिन क्रिप्टो कला की दुनिया में अचानक से तेजी आ गई और 2018 से 2020 के दौरान इसके व्यापार में लगभग 8 गुने की वृद्धि दर्ज हुई और पूरा कारोबार 44 मिलियन डॉलर से बढ़कर 338 मिलियन डॉलर हो गया। पिछले वर्ष क्रिप्टो कलाकृतियों का कुल व्यापार 44 मिलियन डॉलर का रहा। 


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’न्यान कैट’ जीआईएफ। 600,000 डॉलर में बिकी। साभारः द वर्ज  लेकिन हाल फिलहाल के समय में एनएफटी की लोकप्रियता में इतनी वृद्धि क्यों हुई? बीपल के ‘एवरीडेज़ - द फर्स्ट 5000 डेज़’ और जैक डॉर्सी के सबसे पहले ट्वीट की बिक्री के बाद भविष्य में इससे भी बड़ी बिक्री का मंच तैयार हो गया है। एनएफटी की लोकप्रियता में अचानक हुई इस वृद्धि को क्रिप्टो करेंसियों की चढ़ती कीमत और महामारी के कारण लोगों के अधिकतम समय घर के अंदर व्यतीत करने की देन माना जा सकता है। इसके अलावा, कुछ अनोखा करने की सहज इच्छा भी एक द्वितीयक कारक है। एनबीए टॉप शॉट ने भी खिलाड़ियों के विशिष्ट अंशों और अन्य डिजिटल कलाकृतियों को एनएफटी के रूप में बेचकर अक्टूबर 2020 से 370 मिलियन डॉलर का व्यापार किया।  

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‘एनबीए के टॉप शॉट मोमेंट के दौरान लेब्रॉन जेम्स’। बिक्री 387,600 डालर में हुई। साभारः यूएसएटूडे 

 

दुनिया ने पहले ही पॉश सोथबे या क्रिस्टी के नीलामी परिसर को शीनिगन्स की चरम सीमा वाली विशिष्टता को देख लिया है। क्या एनएफटी 21वीं सदी के संग्रहणीय व्यवसाय को नया रूप दे रहा है या उसे नष्ट कर रहा है।

 

पहली बात तो यह कि एनएफटी के कारण कलाकारों का बहुत लाभ हो रहा है। वे अपनी कलाकृतियों को डिजिटल स्वरूप में वैश्विक खरीदारों को सीधे बेच सकते हैं और किसी तीसरे पक्ष की प्रमाणिकता की जरूरत को समाप्त कर सकते हैं। इससे उनका समय और पैसा दोनों बचता है। चूंकि कलाकार अब अपनी कलाकृतियों को किसी को भी बेच सकते हैं, इसलिए आपके आस पास सोथबे के जैसे किसी बियू मोंदे नीलामी घर की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्या आप एनएफटी की दुनिया में रहना चाहते हैं। एनएफटी द्वारा प्रदान किये जाने वाले एक और लाभ में उस कलाकृति की हर बार होने वाली बिक्री पर मिलने वाली रॉयल्टी शामिल है। कलाकार एनएफटी को अपनी कलाकृतियों की चोरी अथवा कॉपी राइट उल्लंघन की दशा में एक माध्यम के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। 

चूंकि कर प्राधिकरणों के लिए एनएफटी का क्षेत्र अज्ञात है, इसलिए इस पर किसी प्रकार का बिक्री कर नहीं लगने जा रहा है, कम से कम हाल फिलहाल तो नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बिक्री कर का उद्देश्य ‘मूर्त व्यक्तिगत संपत्ति’ पर लागू होता है, जबकि एनएफटी एक अमूर्त संपत्ति है। लेकिन हाल के आईआरएस मार्गदर्शन के अनुसार, यदि कोई संग्राहक (कलेक्टर) एनएफटी की खरीद के लिए क्रिप्टो करेंसी का उपयोग करता है (जैसा कि आम तौर पर होता है) और बाद में इसे उच्च कीमत पर बेचता है, तो यह पूंजीगत लाभ (कैपिटल गेन्स) के तहत कर के दायरे में आता है। ऐसा इसलिए क्योंकि क्रिप्टो करेंसियों को कैपिटल एसेट (पूंजीगत संपत्ति) के तौर पर मान्यता प्राप्त है और इसलिए यह पूंजीगत लाभ कर के अधीन है।  

एनएफटी का दूसरा उपयोग रियल एस्टेट और जमीन के डिजिटलीकरण में होता है। दुनिया भर के कुछ मशहूर स्मारकों का जिसमें आयफल टावर, स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, बिग बेन आदि शामिल हैं, पहले से ही प्रतीकात्मक पहचान के रूप में इथरलैंड साइट पर मौजूद हैं।  

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साभारः इथरलैंड- मीडियम 

 

ऐसी उम्मीद की जाती है कि निकट भविष्य में हम अपने घरों को भी एनएफटी प्लेटफॉर्म पर प्रतीकात्मक स्वरूप में उपलब्ध करा पाएंगे। इससे एक बड़े बदलाव के आगमन की संभावना है जिससे कुख्यात अचल संपत्तियों की तरलता में वृद्धि होगी। जैसा कि हम सभी जानते हैं, रियल एस्टेट बाजार काफी अक्षम है क्योंकि इसमें कई बिचौलिए शामिल होते हैं। लेकिन रियल स्टेट के प्रतीकात्मक स्वरूप की मौजूदगी से बिचौलियों को खत्म करने में सफलता प्राप्त होगी और इससे दुनिया भर के निवेशकों के लिए अपनी वहन क्षमता के अनुसार कम या अधिक संपत्ति खरीदना संभव हो सकेगा। हाल ही में एक डिजिटल भवन जिसका नाम ‘मार्स हाउस’ है, लगभग 5 लाख डॉलर में बिका। यह अपनी तरह की पहली संपत्ति है जो एनएफटी के रूप में अस्तित्व में है (या संभवतः इसका अस्तित्व नहीं है!)

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दुनिया का पहला डिजिटल हाउस ‘मार्स हाउस’। यह 500,000 डॉलर से अधिक की कीमत पर बिका। साभारः सीएनएन 

 

एनएफटी का चलन भारत में भी तेजी से बढ़ने लगा है। पिछले महीने, वजीरएक्स (एक भारतीय क्रिप्टो करेंसी विनिमय केंद्र) ने भारत के पहले एनएफटी प्लेटफार्म को लांच किया है। यह विनिमय केंद्र अपने ग्राहकों से एनएफटी तैयार करने या अपने एनएफएटी को सूचीबद्ध कराने के लिए कोई शुल्क नहीं लेगी, लेकिन एक गैस शुल्क फिर भी चुकाना होगा। अब, भारत में कई आधुनिक और पारंपरिक कारीगर अपने काम को सत्यापित कर सकते हैं और एनएफटी का उपयोग करके किसी भी प्रकार की नकल से बच सकते हैं। कहा जा रहा है, एनएफटी बाजार पर भारत सरकार का रुख अभी भी स्पष्ट नहीं है। हालांकि सरकार ने एनएफटी पर प्रतिबंध लगाने की कोई इच्छा व्यक्त नहीं की है, लेकिन आगामी निजी क्रिप्टो करेंसी बिल निश्चित रूप से भारत में एनएफटी की वैधता पर संदेह करता है। अभी तक, एनएफटी का कारोबार डिजिटल आर्ट पीस के रूप में किया जाता है, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये टोकन उच्च जोखिम वाली संपत्ति हैं।

हर नए चलन के कुछ नुकसान होते हैं, और यह चलन भी कोई अपवाद नहीं है। क्रिप्टो और ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी में अनुभवहीनता अपरिपक्व कलाकारों के प्रवेश के लिए बाधाओं के रूप में काम कर सकती है। इसके अलावा, एक 'एनएफटी' टोकन के निर्माण के लिए, एक छोटा सा शुल्क, जिसे 'गैस' के रूप में भी जाना जाता है, दोनों पक्षों द्वारा भुगतान किया जाना है।

इस शुल्क का उपयोग खनिकों (क्रिप्टो माइनिंग करने वाले) द्वारा लेनदेन को संसाधित करने के लिए किया जाता है और भुगतान की जाने वाली 'गैस' की राशि लेनदेन के आकार और इसे कितनी तेजी से निष्पादित किया जाना है, पर निर्भर करती है। यह एक आवश्यक नियामक है जो किसी को भी एथेरियम नेटवर्क को स्पैम करने से रोकता है। एक और नुकसान इन टोकनों को खरीदने के लिए उपयोग की जाने वाली क्रिप्टो करेंसी का खनन है। जिसके कारण बड़े पैमाने पर कार्बन उत्सर्जन होता है क्योंकि यह ब्लॉकचैन नेटवर्क पर होता है जिसके लिए जीवाश्म ईंधन द्वारा संचालित बड़ी मात्रा में कच्ची ऊर्जा की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, संपूर्ण एथेरियम ब्लॉकचेन लीबिया जैसे छोटे देश के बराबर ऊर्जा की खपत करता है।

एनएफटी निश्चित रूप से महीने का विषय (टॉपिक ऑफ द मंथ) है और शायद कला का भविष्य बनने की क्षमता भी रखता है। लेकिन अभी, कुछ प्रासंगिक प्रश्न हैं जिनका उत्तर दिया जाना आवश्यक है। खरीदारों के कानूनी अधिकार क्या हैं और एक ट्वीट के मालिक होने का क्या मतलब है? क्या होगा यदि भविष्य में ट्वीट हटा दिया जाता है या ट्विटर स्थायी रूप से बंद हो जाता है? कलाकार एक ही आइटम के कई एनएफटी को एक ही या अलग-अलग ब्लॉकचेन पर टोकन करके लोगों को ठग सकते हैं।

जैसे ही चीजें स्थापित हो जाती हैं, एनएफटी का स्वामित्व किसी वास्तविक अधिकार को प्रदान नहीं करता है, यह कहने में सक्षम होने के अलावा कि उक्त काम का स्वामित्व आपके पास है। आपके पास कॉपीराइट नहीं है और आपको भौतिक प्रिंट नहीं मिलता है, और कोई भी वेब पर उस तस्वीर को देख सकता है। आप जो अनिवार्य रूप से भुगतान कर रहे हैं वह सार्वजनिक डेटाबेस में एक रिकॉर्ड है जो कहता है कि आप इसके मालिक हैं। और निश्चित रूप से इन कार्यों का कुछ मूल्य है, लेकिन क्या यह लाखों डॉलर के लायक है, यह देखा जाना बाकी है।

इसके समर्थकों का तर्क है कि एनएफटी कला के भौतिक कार्यों (फिजिकल वर्क) से उतना भी अलग नहीं हैं, कि एक कलाकृति के विभिन्न गुण हमारे द्वारा चुने गए मूल्य के लायक हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि वान गाग का ऐतिहासिक महत्व और बेदाग ब्रशवर्क और तकनीकी कौशल बेकार गुण हैं, इसका मतलब बस यह है कि उन विशेषताओं का मूल्य वह है जिसे हम उनके लिए तय करना चाहते हैं। जब लोग दीवार पर टेप लगाकर चिपकाए गए केले को खरीदते हैं, तो वे वास्तव में केले को खरीदने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं, बल्कि यह कह कर डींग मारने के मालिक हो जाते हैं कि उन्होंने इसे और इसके आसपास की कहानी को खरीदा है। एनएफटी बस इस अवधारणा को चरम पर ले जाता है और उन सभी बहानों को खत्म करता है जो किसी कलाकृति को उसके भौतिक स्वरूप में खरीदने के लिए किये जाते हैं। 


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बनाना एंड टेप। नॉट सोल्ड येट। साभारः वोग 

पिछले कुछ दिनों में, कुछ एनएफटी की कीमतों में 70% की गिरावट आई है, जो दुनिया भर के निवेशकों को परेशान कर रही है। हालांकि अस्थिरता का यह स्तर अपने आप में एक बुलबुले का संकेत नहीं है, लेकिन यह तब एक बुलबुला बन जाता है जब ऐसा दुनिया भर में मौद्रिक नीति को आसान बनाने की पृष्ठभूमि में होता है, जिसमें ब्याज दरें शून्य हो जाती हैं और केंद्रीय बैंक दुनिया की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए सभी अवरोधों को दूर करते हैं। यह एक कारण है कि लोगों को एनएफटी बैंडवैगन पर कूदने में जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए। पर्यावरण के अनुकूल ब्लॉकचैन वाली प्रौद्योगिकी एनएफटी का भविष्य तय में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। कहा जा रहा है कि, लोगों में यह जुनून बरकार रहे अथवा नहीं, एनएफटी इस बात का सबूत है कि जनता एक क्रिप्टो अर्थव्यवस्था के पक्ष में है और वित्त की विकेंद्रीकृत प्रणाली के लिए जोखिम लेने के लिए तैयार है।

 

 

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हर्षित गुप्ता
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ऊपर व्यक्त विचार लेखक के निजी हैं और ये आवश्यक रूप से आजादी.मी के विचारों को परिलक्षित नहीं करते हैं।

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