भारत 2020-25 तक विश्व की दूसरी महाआर्थिक शक्ति बनने का अनुपम स्वप्न संजोए हुए है। इस दिशा में आर्थिक मंदी, महंगाई और वैश्विक उतार-चढ़ाव के बावजूद इसकी यात्रा आगे बढ़ रही है। देश में करोड़पति, अरबपति और खरबपतियों की आबादी भी बढ़ रही है। 20 से 25 करोड़ के तथाकथित 'ग्रेट इंडियन मिडिल क्लास' के अस्तित्व में आने का दावा भी किया जा रहा है। अब भारत को अमीर राष्ट्रों के समूह (जी-8, जी-20 आदि) में शामिल होने का न्योता भी दिया जाता है। संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के हम प्रबल दावेदार बन चुके हैं। दो दशकों से वैश्वीकरण, निजीकरण, उदारीकरण और विनिवेशीकरण का अश्वमेध अबाध