हेनरी अनातोले ग्रूनवाल्ड के अनुसार, पत्रकारिता कभी चुप नहीं रह सकती। यह इसकी सबसे बड़ी खूबी और सबसे बड़ी खामी है। जब आश्चर्यजनक कारनामों को अंजाम दिया जा रहा हो, विजय का उद्घोष और आतंक के लक्षण हवा में ही हो, इसे जरूर और तुरंत अपनी आवाज उठानी चाहिए, जबकि आश्चर्य की गूंज हवा में ही हो।