एक राज्य का नया वित्तमंत्री काकभुशुण्डजी से मिलने गया और हाथ जोड़कर बोला कि मुझे शीघ्र ही बजट प्रस्तुत करना है, मुझे मार्गदर्शन दीजिए. तिस पर काकभुशुण्ड ने जो कहा सो निम्नलिखित है:
एक नेता मरने के बाद यमपुरी पहुँच गया वहां यमराज ने उसका भव्य स्वागत किया,यमराज ने कहा इससे पहले कि मैं आपको स्वर्ग या नरक भेजूं पहले मैंचाहता हूँ कि आप दोनों जगहों का मुआयना कर लें कि आपके लिए कौन सी जगह ज्यादा अनुकूल होगी!
उर्दू शायरी आमतौर पर इश्क प्यार की शायरी ही माना जाता है लेकिन उसमें कई रंग मौजूद हैं हैं ।उसमें हास्य व्यंग्य का रंग भरा है अकबर इलाहबादी ने ।अंग्रेज सरकार के मुलाजिम रहे अकबर इलाहबादी में अपने समय की विसंगतियों पर खूब चुटकियां ली हैं ,फब्तियां कसी हैं जो हंसाती,गुदगुदाती और तिलमिलाती हैं।यही कारण है कि उनकी शायरी जो भी उन्हें पढ़ता है उसकी जुबान चढ़ जाती हैं।उनकी- हंगामा है क्यों बरपा ,ठोड़ी सी जे पी ली है डाका तो नहीं डाला चोरी तो नहीं की है - बच्चे-बच्चे की जुबान पर रही है। यहां पेश हैं उनके हास्य व्यंग्य से सराबोर कुछ शेरों की पहली किस्त -