अमेरिका में कुछ वर्ष पहले एक और पुस्तक छपी है जिसका शीर्षक है –चायना : फ्रेजाइल सुपर पावर : हाउ चायनाज इंटरनल पालीटिक्स डीरेल इटस् पीसफुल राइज-अमेरिकी विदेश विभाग में आला अफसर रही सूसन एल शिर्क की यह पुस्तक इस मिथ को तोड़ती है कि चीन एक एसी महाशक्ति बन सकता है जो सारी दुनियां को चलाएगा।उनका निष्कर्ष यह है कि चीन एक उभरती महाशक्ति जरूर है मगर एक कमजोर महाशक्ति ।चीन के अपने अंतर्विरोध एसे है जो उसके नेतृत्व की स्थिरता के लिए चुनौती बन सकते हैं।ये हैं बूढ़ी होती आबादी,इंटरनेट का उदय,अर्थव्यवस्था का निजीकरण,शहरी अमीरो और ग्रामीण गरीबों के बीच की बढ़ती खाई,भ्