Skip to main content
होम पेज
उदारवादी चिंतक
नोबेल पुरस्कार विजेता
क्लासिक्स
आयन रैंड
फ्रेडरिक बास्तियात
लॉरेंस डब्ल्यू रीड
टॉम जी पामर
रॉबर्ट हिग्स
थॉमस सी. टेलर
बी. आर. शिनॉय
गुरचरण दास
विभिन्न
सार्वजनिक नीति
शिक्षा
लेख
किताबें
स्कूल चयन अभियान
गवर्नेंस
लेख
किताबें
मुक्त व्यापार नीति
कानून और न्यायपालिका
लेख
आजीविका
लेख
किताबें
जीविका
उर्जा एवं पर्यावरण
लेख
अन्य लेख
कमेन्टरी
स्वामीनॉमिक्स
गुरचरण दास
बिबेक देबरॉय
कंवल रेखी
विशेष लेख
ब्लॉग
वीडियो
मीडिया
तीखी मिर्ची
हमारे बारे में
आज़ादी
सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी
एटलस वैश्विक पहल
संपर्क करें
क्या सरकार को निजी स्कूलों के दिन प्रतिदिन के प्रबंधन कार्य में हस्तक्षेप करना चाहिए?
Published on 4 Dec 2018 - 20:03
हां...
50%
नहीं...
40%
पता नहीं...
10%
Log in
to post comments
जनमत
क्या गरीब छात्रों के नाम पर उन सभी छात्रों को सब्सिडाइज़्ड सुविधाएं मिलती रहनी चाहिए जो इसे अफोर्ड कर सकते हैं?
Choices
हां...
नहीं...
पता नहीं...
Older polls
Results
आज़ादी वीडियो
आखिर क्या है इस महिला किसान की व्यथा !
Video of आखिर क्या है इस महिला किसान की व्यथा!!
आखिर इस महिला को उस मराठी कहावत की याद दिलाने की जरूरत क्यों पड़ रही है जिसमें कहा जाता है कि 'बैल आजारी पड़ला तार चलेल,...
और भी...
संपादकीय कोना
इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं अकाऊंटेब्लिटी की जरुरत
कृषि की समस्याएं और सरकारी समाधान
हिंदी को सहेजता बॉलीवुड और बाजार..
कॉर्पोरेट्स की मुख्य जिम्मेदारी शेयरधारकों को मुनाफा कमा कर देना है
सिर्फ कानून बनाना ही नहीं, कानून समाप्त करना भी है जरूरी
और भी...